गुरुवार, 15 अगस्त 2013

अगीत की शिक्षा शाला -अगीत राष्ट्र व राष्ट्र की नवोन्नति के ---कार्यशाला ५ ....डा श्याम गुप्त ...

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                                            अगीत की शिक्षा शाला -कार्यशाला-5

                                           अगीत ....राष्ट्र  व  राष्ट्र की  नवोन्नति के

 

आओ हम राष्ट्र को जगाएं 

आज़ादी का जश्न मनाना 

हमारी मज़बूरी नहीं

अपितु कर्त्तव्य है |

आओ हम सब मिलकर ,

विश्व बंधुत्व अपनाएं 

स्वराष्ट्र को प्रगति पथ पर 

आगे बढायें |                                      --------   डा रंगनाथ मिश्र 'सत्य'

खोल दो 

घूंघट के पट,

हटा दो ह्रदय पट से 

आवरण,

मिटे तमिस्रा 

हो नव विहान |            ---सुषमा गुप्ता

बेड़ियाँ तोड़ो 

ज्ञान दीप जलाओ 

नारी-अब -

तुम्ही राह दिखाओ,

समाज को जोड़ो |              -----सुषमा गुप्ता 

आओ हम अन्धकार को दूर करें 

रात और दिन  खुशी खुशी बीते

सारा संसार शान्ति पाए

अपना यह राष्ट्र प्रगतिगामी हो 

वैज्ञानिक उन्नति से 

इसको भरपूर बनाएं |                        ---डा रंग नाथ मिश्र 'सत्य'

नवयुग का मिलकर

 निर्माण करें,

मानव का मानव से प्रेम हो 

जीवन में नव बहार आये|

सारा संसार एक हो,

शान्ति और सुख में 

यह राष्ट्र लहलहाए |               --डा रंगनाथ मिश्र 'सत्य'

     ---- अगीत की कार्यशालायें...मेरे ब्लॉग 'अगीतायन (http://ageetayan.blogspot,com) पर प्रकाशित की जायगीं.............

4 टिप्‍पणियां:

Shalini kaushik ने कहा…

very nice presentation dr.shyam gupt ji .happy independence day .

कंचनलता चतुर्वेदी ने कहा…

सुन्दर अभिव्यक्ति...बधाई...

Shikha Kaushik ने कहा…

sarthak prayas is vidha ko samarpit .aabhar

डा श्याम गुप्त ने कहा…

धन्यवाद शिखा जी, शालिनी जी एवं कंचनलता जी....

-- अगीत के बारे में अधिक पढ़ने हेतु मेरे ब्लॉग 'अगीतायन .' पर देखें..