बुधवार, 11 जुलाई 2012

खून के रिश्ते पानी होते हमने देखे .


खून के रिश्ते पानी होते हमने देखे .
Yuna
हमने लिहाज़ के टूटे बिखरे टुकड़े देखे ;

हमने माँ को गाली देते बेटे देखे .
Tear Pond
जिनको गोद उठाकर अब्बा खुश  होते थे ;
उनके कारण रोते हमने अब्बा देखे .
Tears of Diamond
जो  खाते  थे एक रोटी में आधी आधी 
भाई ऐसे  क़त्ल  भाई के करते  देखे .
Tears
लाये थे लक्ष्मी कहकर जिसको अपने घर 
उस लक्ष्मी को आग लगाते दानव देखे   .
Blue
कोख में कलियों को मसलते माली देखे;
खून के रिश्ते पानी होते हमने देखे .
                          
Blue Face


                          शिखा कौशिक 

11 टिप्‍पणियां:

Unknown ने कहा…

gHOR kALIYUG hAI....

Shikha Kaushik ने कहा…

yahi aaj ka yatharth hai .

Shalini kaushik ने कहा…

बहुत सही कहा है बहुत सुन्दर भावात्मक प्रस्तुति -http://shalinikaushik2.blogspot .com
आभार ऐसा हादसा कभी न हो

रविकर ने कहा…

शिखा जी कौशिक के उत्कृष्ट गीत से प्रेरित



खून-पानी एक करके धर दिया है ।

गाँव को भी लाश से ही भर दिया है ।

हर जगह अब चल रही खूनी हुकूमत -

खून के आंसू रुला सब हर लिया है ।


खूं-पसीना एक करके बाप पाले-

पड़ा लथ-पथ खून घर में कर दिया है ।


लोथड़े को खून से सींची महीनों -

प्राण पाकर पुत्र ने नौकर किया है ।

Reena Pant ने कहा…

खरा खरा सच

लोकेन्द्र सिंह ने कहा…

शिखा जी आपकी यह कविता.. वर्तमान में रिश्तों के जो हाल हैं उनको नंगा करती है और उन पर करारी चोट करती है...

ANULATA RAJ NAIR ने कहा…

बहुत अच्छी पंक्तियाँ...दिल को छू गयीं...

अनु

S.M.HABIB (Sanjay Mishra 'Habib') ने कहा…

खरी प्रभावशाली रचना...
सादर.

Madan Mohan Saxena ने कहा…

So True. आपने भी क्या खूब ,ये पंक्तियां पढवाई हैं ,
सुंदर शब्दों का चयन , संयोजन कर के लाई हैं ,
दिल से निकली ,रचना ये मन को हमारे भाई है ..
बहुत बहुत शुभकामनाएं ।


http://madan-saxena.blogspot.in/
http://mmsaxena.blogspot.in/
http://madanmohansaxena.blogspot.in/

RADHIKA ने कहा…

खून के रिश्ते अक्सर पानी निकलते हैं ...रिश्ते में अब वो बात नही .आपकी पोस्ट बड़ी भावपूर्ण लगी बधाई

शिखा कौशिक ने कहा…

protsahan hetu aap sabhi ka hardik aabhar .